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राशि रत्न

रत्नो के द्वारा ग्रहो को बलवान किया जा सकता है वैसे तो रत्न कई प्रकार के होते है पर राशि रत्न में कुछ ही रत्न आते है जैसे की पन्ना रत्न , पुखराज रत्न , वाइट टोपाज, मूंगा , माणिक्य , मोती , मून स्टोन , नीलम रत्न इनके अलावा जो बाकि के रत्न होते है वो ज्वेलरी में काम आने वाले रत्न होते है और उनका कोई विशेष असर हम पर नहीं होता है ,इसलिए रत्न वो ही धारण करे जो राशि रत्न में आते है और कभी भी गोमेद रत्न और लहसुनिया रत्न धारण नहीं करना चाहिए क्यों की इनके करक तत्त्व नकारात्मक है और एक बात और है की रत्न बिना कुंडली दिखाए तो कभी धारण ना करे क्योकि ग्रहो की इस्थिति को देख कर ही यह बताया जा सकता है की रत्न लाभ देगा या नहीं ,अन्यथा रत्न से नुकसान भी हो सकता है।

एक मुखी सूर्य देव का रुद्राक्ष है और इसके लाभ भी असीमित है – One Mukhi is the Rudraksha of Sun God and its benefits are also unlimited.

एक मुखी सूर्य देव का रुद्राक्ष है और इसके लाभ भी असीमित है।
One Mukhi is the Rudraksha of Sun God and its benefits are also unlimited.

।। एक मुखी रुद्राक्ष के लाभ ।।
एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से आत्म बल बढ़ता है , क्योकि सूर्य देव आत्मा के कारक है।
एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से शारीरिक बल बढ़ता है क्यों की सूर्य देव शरीर की हड्डियों और प्राण ऊर्जा के कारक है।
एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से मान सम्मान बढ़ता है क्योकि सूर्य देव मान सम्म्मान के कारक है।
एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से आँखों की रौशनी बढ़ती है क्योकि सूर्य देव आँखों की रौशनी के कारक है।
एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से सरकार से लाभ प्राप्त होता है क्यों की सूर्य देव सरकारी महकमे या बड़े महकमे के कारक है।
एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से सरकारी नौकरी लगने में भी सहायता मिलती है।
एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से भाग्य प्रबल होता है क्योकि भाग्य के कारक है सूर्य देव।
एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से बुद्धि बल बढ़ता है क्योकि काल पुरुष की कुंडली में सूर्य देव बुद्धि के घर के देवता है।
एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से मैनेजमेंट के गुण भड़ते है क्योकि सूर्य देव को कुंडली में राजा की उपाधि मिली है।
एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से सभा को आत्म बल के साथ सम्भोदित करने का गुण भड़ता है क्योकि सूर्य देव राजा है।
एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से राजनीती में विशेष लाभ प्राप्त होता है क्यों की सूर्य देव राजनीती के कारक है।
एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से साक्षात् शिव भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है क्योकि एक मुखी शिव भगवान का रुद्राक्ष है।

|| Benefits of One Mukhi Rudraksha||
Self-power increases by wearing one Mukhi Rudraksha, because the Sun God is the Karak of the soul.
Wearing one Mukhi Rudraksha increases physical strength because Sun God is the cause of bones and life energy of the body.
By wearing one Mukhi Rudraksha, respect increases because the Sun God is a factor of respect.
Wearing one Mukhi Rudraksha enhances the eyesight because the Sun God is the cause of the eyesight.
Wearing one Mukhi Rudraksha benefits from the government because Sun God is the factor of government or big department.
Wearing one Mukhi Rudraksha also helps in getting a government job.
Luck prevails by wearing one Mukhi Rudraksha because Sun God is the factor of luck.
Wearing one Mukhi Rudraksha increases the power of intellect because in the horoscope of tomorrow, Sun God is the god of the house of intelligence.
By wearing one Mukhi Rudraksha, the qualities of management increase because Sun God has got the title of king in the horoscope.
Wearing one Mukhi Rudraksha enhances the quality of addressing the gathering with self-power because the Sun God is the king.
Wearing one Mukhi Rudraksha gives special benefits in politics because Sun God is the king of politics.
By wearing one Mukhi Rudraksha, one gets the blessings of Lord Shiva because One Mukhi is the Rudraksha of Lord Shiva.

।। कुंडली के अनुसार एक मुखी रुद्राक्ष के लाभ ।।

एक मुखी रुद्राक्ष धारण करने से कुंडली के अनुसार भी लाभ प्राप्त होते है जैसे सूर्य देव जिस घर क देवता है मतलब झा उनकी राशि है और जहा वो बैठे है उन घर के भी हमे सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे और जहासूर्य देव की सातवीं दृस्टि है उस घर के भी सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे।

|| Benefits of One Mukhi Rudraksha according to horoscope ||

Wearing one Mukhi Rudraksha also gives benefits according to the horoscope like the house where Sun God is the deity means Jha is his zodiac
and Jha is sitting in those houses also we will get positive results and Jha is the seventh aspect of Sun God. Positive results will also come from home

।। हम भले किसी भी गृह का रुद्राक्ष धारण करे उसके कुछ ऐसे लाभ हे जो मिलते ही मिलते है ।।

नजर दोष से बचाव होता है
मन स्थिर रहता है
शिव भगवान का विशेष आशीष प्राप्त होता है
रक्तचाप संतुलित रहता है
सुरक्षा चक्र बना रहता है कोई दुर्घटना नहीं होती है
सोच सकारात्मक रहती है
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है
चिंता और तनाव से मुक्ति मिलती है
आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त होता है
स्मरण शक्ति बढ़ती है

Prevents eye defects
The mind remains still
Receives special blessings of Lord Shiva
Balances Blood Pressure
Safety cycle is maintained no accidents happen
Thinking remains positive
Increases Immunity
Relieves Anxiety and Stress
Spiritual knowledge is attained
Increases Memory Power

अगर आप भी राशि के अनुसार रत्न धारण कर रहे हे तो थोड़ा रुकिए और इस पोस्ट को पूरा पढ़िए । If you are also wearing gems according to the zodiac, then wait a bit and read this post completely.

राशि रत्न यह नाम बोहोत प्रचलन में है और लोगो के मन में यह धारणा बन जाती है की रत्न हमे राशि के अनुसार धारण करना चाहिए लेकिन यह बात बिलकुल गलत है , चंद्र देव कुंडली में जिस राशि में बैठे होते है वही हमारी राशि होती है और इसे चंद्र राशि के नाम से भी जाना जाता है दूसरी राशि होती है लग्न राशि जो लग्न कुंडली के पहले घर में आती है, पर गलत जानकारी या धारणा के कारन हम राशि के अनुसार रत्न धारण कर लेते है , अब मान लीजिये की चंद्र देव मेष लग्न कुंडली में ६ हाउस में कन्या राशि में बैठे है और उस राशि के देवता है बुध देव तो आप सोच लेंगे की पन्ना रत्न धारण कर लेना चाहिए क्योकि मेरी राशि कन्या है और उसके देवता है बुध देव लेकिन यही आपकी सबसे बड़ी भूल होगी क्यों की ६ हाउस रोग , ऋण ,शत्रु ,दुर्घटना का घर है अब आप ही बताए इस घर को रत्न से एक्टिवटे करने पर आपके साथ क्या क्या होने लग जाएगा इसलिए रत्न धारण करने से पहले पूरी कुंडली का अच्छे से अध्यन करना अति आवश्यक है अन्यथा रत्न के नकारात्मक रिजल्ट भी मिल सकते है।

If you are also wearing gems according to the zodiac, then wait a bit and read this post completely.
Rashi Ratna This name is very much in vogue and in the minds of the people, it becomes a belief that we should wear gems according to the zodiac, but this thing is absolutely wrong, the zodiac in which the moon god is sitting in the horoscope is our zodiac and It is also known as Chandra Rashi.
Now suppose that Moon God is sitting in Virgo in the 6th house in Aries ascendant horoscope and the deity of that zodiac is Mercury, then you will think that emerald gem should be worn because my zodiac is Virgo and its deity is Mercury, but that’s it. Your biggest mistake will be because 6th house is the house of diseases, debts, enemies, accidents, now you tell what will happen to you if you activate this house with a gemstone, so before wearing a gemstone, study the entire horoscope thoroughly. It is very important to do otherwise negative results of gems can also be found.

नीलम रत्न धारण करने से पहले इस पोस्ट का अवश्य अध्यन करे।Before wearing Blue Sapphire gemstone, you must read this post.

शनि देव का रत्न है “नीलम”
अगर आपकी कुंडली में शनि देव की डिग्री कम है
या फिर शनि देव शत्रु के घर में बैठ क़र कमजोर अवस्था में है या सूर्य देव से अस्त है और षटबल में कमजोर है तो
आप नीलम रत्न धारण क़र सकते है पर ध्यान रहे शनि देव ६..८..१२ घर में न हो
न ही वह नीच के हो और न ही ३ हाउस में हो नहीं तो यही रत्न आपको नकारात्मक रिजल्ट देने लग जाएगा
क्योकि शनि देव की पावर बढ़ने पर वह नेगेटिव हाउस को एक्टिवटे क़र देंगे।
अगर शनि देव नकारात्मक घर में बैठे हो तो उन्हें सकारात्मक करने का अलग है तरीका।

Blue Sapphire is the gemstone of Shani Dev ( Saturn )
If the degree of Shani Dev is less in your horoscope
Or if Shani Dev is in a weak state sitting in the enemy’s house or is set by Sun God and is weak in Shatabala.
You can wear Blue Sapphire gem but keep in mind that Shani Dev is not in the house on 6.8.12
Neither it should be of debilitated nor in 3rd house otherwise this gem will start giving you negative results.
Because when the power of Shani Dev increases, he will activate the negative house.
If Shani Dev is sitting in a negative house, then there is a different way to make him positive.

Basic Information about Blue Sapphire – neelam

  1. Ruling Planet – Saturn
  2. Color – Blue
  3. Chemical formula – Al2O3-Blue
  4. Luster – Vitreous
  5. Crystal – Trigonal
  6. Gravity – 3.98 Approx.
  7. Refraction – 1.762 – 1770
  8. Element – Air ( Vayu Tatva )

बृहस्पति देव का रत्न पीला पुखराज धारण करते समय ध्यान रखे इन बातो का

बृहस्पति देव का रत्न पीला पुखराज रत्न है
अगर आपकी कुंडली में बृहस्पति देव की डिग्री कम है
या फिर बृहस्पति देव शत्रु के घर में बैठ क़र कमजोर अवस्था में है या सूर्य देव से अस्त है और षटबल में कमजोर है तो
आप पीला पुखराज रत्न धारण क़र सकते है पर ध्यान रहे बृहस्पति देव ६..८..१२ घर में न हो
न ही वह नीच के हो और न ही ३ हाउस में हो नहीं तो यही रत्न आपको नकारात्मक रिजल्ट देने लग जाएगा
क्योकि बृहस्पति देव की पावर बढ़ने पर वह नेगेटिव हाउस को एक्टिवटे क़र देंगे।
अगर बृहस्पति देव नकारात्मक घर में बैठे हो तो उन्हें सकारात्मक करने का अलग है तरीका।

Basic Information about Yellow Sapphire

  1. Ruling Planet – Jupitar
  2. Color – Yellow
  3. Chemical formula – Al2O3-Yellow
  4. Luster – Vitreous
  5. Crystal – Trigonal
  6. Gravity – 3.98 Approx.
  7. Refraction – 1.762 – 1770
  8. Element – Sky ( Akash Tatva )

बुध देव का रत्न पन्ना धारण करते समय ध्यान रखे इन बातो का

बुध देव का रत्न पन्ना रत्न है
अगर आपकी कुंडली में बुध देव डिग्री कम है
या फिर बुध देव शत्रु के घर में बैठ क़र कमजोर अवस्था में है या सूर्य देव से अस्त है और षटबल में कमजोर है तो
आप पन्ना रत्न धारण क़र सकते है पर ध्यान रहे शुक्र देव ६..८..१२ घर में न हो
न ही वह नीच के हो और न ही ३ हाउस में हो नहीं तो यही रत्न आपको नकारात्मक रिजल्ट देने लग जाएगा
क्योकि बुध देव की पावर बढ़ने पर वह नेगेटिव हाउस को एक्टिवटे क़र देंगे।
अगर बुध देव नकारात्मक घर में बैठे हो तो उन्हें सकारात्मक करने का अलग है तरीका।

Basic information about Emerald

  1. Ruling Planet – Mercury
  2. Color – Green
  3. Chemical formula – Be3Al2(SiO3)6
  4. Luster – Vitreous
  5. Crystal – Hexagonal (6/m 2/m 2/m)
  6. Gravity – 2.68 Approx.
  7. Refraction – 1.570- 1.580
  8. Element – Eeath ( Prathvi Tatva )

शुक्र देव का रत्न वाइट टोपाज धारण करते समय ध्यान रखे इन बातो का

शुक्र देव का रत्न वाइट टोपाज रत्न है
अगर आपकी कुंडली में शुक्र देव डिग्री की कम है
या फिर शुक्र देव शत्रु के घर में बैठ क़र कमजोर अवस्था में है या सूर्य देव से अस्त है और षटबल में कमजोर है तो
आप वाइट टोपाज रत्न धारण क़र सकते है पर ध्यान रहे शुक्र देव ६..८..१२ घर में न हो
न ही वह नीच के हो और न ही ३ हाउस में हो नहीं तो यही रत्न आपको नकारात्मक रिजल्ट देने लग जाएगा
क्योकि शुक्र देव की पावर बढ़ने पर वह नेगेटिव हाउस को एक्टिवटे क़र देंगे।
अगर शुक्र देव नकारात्मक घर में बैठे हो तो उन्हें सकारात्मक करने का अलग है तरीका।

Basic Information About White Topaz

  1. Ruling Planet – Venus
  2. Color – White
  3. Chemical formula – Al2SiO4(F,OH)2-White
  4. Luster – Vitreous
  5. Crystal – Orthorhombic
  6. Gravity – 3.51 Approx.
  7. Refraction – 1.60-1.64
  8. Elemant – Water ( Jal Tatva )

मंगल देव का रत्न मूंगा धारण करते समय ध्यान रखे इन बातो का

मंगल देव का रत्न मूंगा रत्न है इसे अंग्रेजी भाषा में कोरल जेमस्टोन के नाम से जाना जाता है।
अगर आपकी कुंडली में मंगल देव की डिग्री कम है
या फिर मंगल देव शत्रु के घर में बैठ क़र कमजोर अवस्था में है या सूर्य देव से अस्त है और शतबल में कमजोर है तो
आप मूंगा रत्न धारण क़र सकते है पर ध्यान रहे मंगल देव ६..८..१२ घर में न हो
न ही वह नीच के हो और न ही ३ हाउस में हो नहीं तो यही रत्न आपको नकारात्मक रिजल्ट देने लग जाएगा
क्योकि मंगल देव की पावर बढ़ने पर वह नेगेटिव हाउस को एक्टिवटे क़र देंगे।
अगर मंगल देव नकारात्मक घर में बैठे हो तो उन्हें सकारात्मक करने का अलग है तरीका।
Basic Information OF coral Gemstone

  1. Ruling Planet – Mars
  2. Color – Red
  3. Chemical formula – Ca Co 3 – Red
  4. Luster – Vitreous
  5. Crystal – Orthorhombic
  6. Gravity – 2.60 Approx.
  7. Refraction – 1.55 ( Spot )
  8. Element – Fire ( Agni Tatva )

चंद्र देव का रत्न मोती (Pearl) धारण करते समय रखे इन बातो का ध्यान

चंद्र देव का रत्न मोती रत्न है इसे अंग्रेजी भाषा में पर्ल जेमस्टोन के नाम से जाना जाता है।
अगर आपकी कुंडली में चंद्र देव को ग्रहण दोष लगा है या चंद्र देव की डिग्री कम है
या फिर चंद्र देव शत्रु के घर में बैठ क़र कमजोर अवस्था में है या केमद्रुम दोष है या अमावस्या दोष है तो ऐसे में
आप मोती रत्न धारण क़र सकते है पर ध्यान रहे चंद्र देव ६..८..१२ घर में न हो
न ही वह नीच के हो और न ही ३ हाउस में हो नहीं तो यही रत्न आपको नकारात्मक रिजल्ट देने लग जाएंगे
क्योकिचंद्र देव की पावर बढ़ने पर वह नेगेटिव हाउस को एक्टिवटे क़र देंगे।
अगर चंद्र देव नकारात्मक घर में बैठे हो तो उन्हें सकारात्मक करने का अलग है तरीका।

Basic Information of Pearl

  1. Ruling Planet – Moon
  2. Color – White
  3. Chemical formula – Ca Co 3
  4. Luster – Semi Vitreous
  5. Crystal – Orthorhombic
  6. Gravity – 2.76 Approx.
  7. Refraction – 1.53 ( Spot )
  8. Element-water ( Jal Tatva )

सूर्य देव का रत्न मानक(Ruby)धारण करते समय ध्यान रखे इन बातो का

सूर्य देव का रत्न मानक रत्न है इसे अंग्रेजी भाषा में रूबी जेमस्टोन के नाम से जाना जाता है।
अगर आपकी कुंडली में सूर्य देव को ग्रहण दोष लगा है या सूर्य देव की डिग्री कम है
या फिर सूर्य देव शत्रु के घर में बैठ क़र कमजोर अवस्था में है तो ऐसे में
आप मानक रत्न धारण क़र सकते है पर ध्यान रहे सूर्य देव ६..८..१२ घर में न हो
न ही वह नीच के हो और न ही ३ हाउस में हो नहीं तो यही रत्न आपको नकारात्मक रिजल्ट देने लग जाएंगे
क्योकि सूर्य देव की पावर बढ़ने पर वह नेगेटिव हाउस को एक्टिवटे क़र देंगे।
अगर सूर्य देव नकारात्मक घर में बैठे हो तो उन्हें सकारात्मक करने का अलग है तरीका।

Basic Information of Ruby Gemstone

  1. Ruling Planet – Sun
  2. Color – Red
  3. Chemical formula – Al2O3-Red
  4. Luster – Vitreous
  5. Crystal – Trigonal
  6. Gravity – 3.98 Approx.
  7. Refraction – 1.762 – 1770
  8. Element – Fire ( Agni Tatva )

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