बोहोत सी जगह सवाया में धारण किये गए रत्न की गणित को लेकर जानकारी नहीं होती है उदाहरण के लिए मान लीजिये की आप ४.२५ रत्ती का रत्न धारण कर रहे है तो सवा 4 रत्ती के लिए जो रत्न की गणित होती है उसमे 4 + का रत्न सवाया में आता है जैसे 4.05 या 4.10 या 4.22 या 4.40 यह सब सवाया में ही आते है और 4.05 से ले कर 4.74 तक का रत्न धारण किया जा सकता है।
रत्न को जागृत कैसे करे?
अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने का काम
ज्यादा तर मैने देखा है कि लोग गलत रत्न धारण कर लेते है क्यों की उन्हें सही जानकारी नहीं होती या फिर वह किसी कम जानकर को कुंडली दिखा कर उनके बताए रत्न धारण कर लेते है और फिर नकारात्मक गृह कि ऊर्जा बढ़ाकर खुद ही अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने का काम करते है
वैसे तो यह भी दशा के कारन होता है कि आपको सही राय देने वाला मिलेगा भी या नहीं पर यहां पर ही काम आता है हमारा ज्ञान हमारी शिक्षा हमारे द्वारा किये गए पुण्य कर्म , हमारे द्वारा की गई ईश्वर कि पूजा , इन्ही सत कर्मो से हमे बुरी दिशा में सही परामर्श देने वाला मिलता है और हम उस बुरे दौर से अपने आपको बचा पाते है।
WHITE TOPAZ GEMSTONE ( वाइट टोपाज रत्न ) का प्रयोगशाला (LAB) परिक्षण
WHITE TOPAZ GEMSTONE ( वाइट टोपाज रत्न ) को जब सूक्ष्मदर्शी से देखा जाता है तो कुछ इस तरह की संगरचना उसके अंदर दिखाई देती है जो फोटो में दिखाई गई है , वैसे तो रत्न की ग्रेविटी और रिफ्रैक्शन भी चेक किया जाता है और उससे भी पता लगाया जाता है कि रत्न ओरिजिनल है की नहीं।
रत्न के परिक्षण के समय पर उसकी बनावट , कटिंग , और उसके आकर पर भी ध्यान दिया जाता है।
रत्न दिखने में जितना सूंदर होगा उसकी कीमत उतनी ही बढ़ती जाएगी , और लैब रिपोर्ट से यह तो पता लगाया जा सकता है की रत्न ओरिजिनल हे कि नहीं पर उसकी कीमत उसका मालिक या एक जोहरी ही लगाता है।
RUBY GEMSTONE ( माणिक्य रत्न ) का प्रयोगशाला (LAB) परिक्षण
RUBY GEMSTONE ( माणिक्य रत्न ) को जब सूक्ष्मदर्शी से देखा जाता है तो कुछ इस तरह की संगरचना उसके अंदर दिखाई देती है जो फोटो में दिखाई गई है , वैसे तो रत्न की ग्रेविटी और रिफ्रैक्शन भी चेक किया जाता है और उससे भी पता लगाया जाता है कि रत्न ओरिजिनल है की नहीं।
रत्न के परिक्षण के समय पर उसकी बनावट , कटिंग , और उसके आकर पर भी ध्यान दिया जाता है।
रत्न दिखने में जितना सूंदर होगा उसकी कीमत उतनी ही बढ़ती जाएगी , और लैब रिपोर्ट से यह तो पता लगाया जा सकता है की रत्न ओरिजिनल हे कि नहीं पर उसकी कीमत उसका मालिक या एक जोहरी ही लगाता है।
PEARL GEMSTONE ( मोती रत्न ) का प्रयोगशाला (LAB) परिक्षण
PEARL GEMSTONE ( मोती रत्न ) को जब सूक्ष्मदर्शी से देखा जाता है तो कुछ इस तरह की संगरचना उसके अंदर दिखाई देती है जो फोटो में दिखाई गई है , वैसे तो रत्न की ग्रेविटी और रिफ्रैक्शन भी चेक किया जाता है और उससे भी पता लगाया जाता है कि रत्न ओरिजिनल है की नहीं।
रत्न के परिक्षण के समय पर उसकी बनावट , कटिंग , और उसके आकर पर भी ध्यान दिया जाता है।
रत्न दिखने में जितना सूंदर होगा उसकी कीमत उतनी ही बढ़ती जाएगी , और लैब रिपोर्ट से यह तो पता लगाया जा सकता है की रत्न ओरिजिनल हे कि नहीं पर उसकी कीमत उसका मालिक या एक जोहरी ही लगाता है।
EMERALD GEMSTONE ( पन्ना रत्न ) का प्रयोगशाला (LAB) परिक्षण
EMERALD GEMSTONE ( पन्ना रत्न ) को जब सूक्ष्मदर्शी से देखा जाता है तो कुछ इस तरह की संगरचना उसके अंदर दिखाई देती है जो फोटो में दिखाई गई है , वैसे तो रत्न की ग्रेविटी और रिफ्रैक्शन भी चेक किया जाता है और उससे भी पता लगाया जाता है कि रत्न ओरिजिनल है की नहीं।
रत्न के परिक्षण के समय पर उसकी बनावट , कटिंग , और उसके आकर पर भी ध्यान दिया जाता है।
रत्न दिखने में जितना सूंदर होगा उसकी कीमत उतनी ही बढ़ती जाएगी , और लैब रिपोर्ट से यह तो पता लगाया जा सकता है की रत्न ओरिजिनल हे कि नहीं पर उसकी कीमत उसका मालिक या एक जोहरी ही लगाता है।
YELLOW SAPPHIRE GEMSTONE ( पुखराज रत्न ) का प्रयोगशाला (LAB) परिक्षण
YELLOW SAPPHIRE GEMSTONE ( पुखराज रत्न ) को जब सूक्ष्मदर्शी से देखा जाता है तो कुछ इस तरह की संगरचना उसके अंदर दिखाई देती है जो फोटो में दिखाई गई है , वैसे तो रत्न की ग्रेविटी और रिफ्रैक्शन भी चेक किया जाता है और उससे भी पता लगाया जाता है कि रत्न ओरिजिनल है की नहीं।
रत्न के परिक्षण के समय पर उसकी बनावट , कटिंग , और उसके आकर पर भी ध्यान दिया जाता है।
रत्न दिखने में जितना सूंदर होगा उसकी कीमत उतनी ही बढ़ती जाएगी , और लैब रिपोर्ट से यह तो पता लगाया जा सकता है की रत्न ओरिजिनल हे कि नहीं पर उसकी कीमत उसका मालिक या एक जोहरी ही लगाता है।
CORAL GEMSTONE ( मूंगा रत्न ) का प्रयोगशाला (LAB) परिक्षण
CORAL GEMSTONE ( मूंगा रत्न ) को जब सूक्ष्मदर्शी से देखा जाता है तो कुछ इस तरह की संगरचना उसके अंदर दिखाई देती है जो फोटो में दिखाई गई है , वैसे तो रत्न की ग्रेविटी और रिफ्रैक्शन भी चेक किया जाता है और उससे भी पता लगाया जाता है कि रत्न ओरिजिनल है की नहीं।
रत्न के परिक्षण के समय पर उसकी बनावट , कटिंग , और उसके आकर पर भी ध्यान दिया जाता है।
रत्न दिखने में जितना सूंदर होगा उसकी कीमत उतनी ही बढ़ती जाएगी , और लैब रिपोर्ट से यह तो पता लगाया जा सकता है की रत्न ओरिजिनल हे कि नहीं पर उसकी कीमत उसका मालिक या एक जोहरी ही लगाता है।
BLUE SAPPHIRE GEMSTONE ( नीलम रत्न ) का प्रयोगशाला (LAB) परिक्षण
BLUE SAPPHIRE GEMSTONE ( नीलम रत्न ) को जब सूक्ष्मदर्शी से देखा जाता है तो कुछ इस तरह की संगरचना उसके अंदर दिखाई देती है जो फोटो में दिखाई गई है , वैसे तो रत्न की ग्रेविटी और रिफ्रैक्शन भी चेक किया जाता है और उससे भी पता लगाया जाता है कि रत्न ओरिजिनल है की नहीं।
रत्न के परिक्षण के समय पर उसकी बनावट , कटिंग , और उसके आकर पर भी ध्यान दिया जाता है।
रत्न दिखने में जितना सूंदर होगा उसकी कीमत उतनी ही बढ़ती जाएगी , और लैब रिपोर्ट से यह तो पता लगाया जा सकता है की रत्न ओरिजिनल हे कि नहीं पर उसकी कीमत उसका मालिक या एक जोहरी ही लगाता है।
MOON STONE GEMSTONE ( चंद्र मणि रत्न ) का प्रयोगशाला (LAB) परिक्षण
MOON STONE GEMSTONE ( चंद्र मणि रत्न ) को जब सूक्ष्मदर्शी से देखा जाता है तो कुछ इस तरह की संगरचना उसके अंदर दिखाई देती है जो फोटो में दिखाई गई है , वैसे तो रत्न की ग्रेविटी और रिफ्रैक्शन भी चेक किया जाता है और उससे भी पता लगाया जाता है कि रत्न ओरिजिनल है की नहीं।
रत्न के परिक्षण के समय पर उसकी बनावट , कटिंग , और उसके आकर पर भी ध्यान दिया जाता है।
रत्न दिखने में जितना सूंदर होगा उसकी कीमत उतनी ही बढ़ती जाएगी , और लैब रिपोर्ट से यह तो पता लगाया जा सकता है की रत्न ओरिजिनल हे कि नहीं पर उसकी कीमत उसका मालिक या एक जोहरी ही लगाता है।