कोई भी रत्न धारण करने से उस कि पावर बढ़ती है और यह बात भी सही है कि ग्रहो कि कमजोर इस्थिति को रत्न के माध्यम से अच्छा किया जा सकता है पर यह भी देखना जरूरी है कि जिस गृह का हम रत्न धारण कर रहे है वह गृह कुंडली में सही जगह बैठा हो और सही राशि में बैठा हो
क्योकि कभी कभी गलत रत्न धारण करने से वह घर एक्टिवटे हो जाता है जो कुंडली में अच्छा घर नहीं है कभी कभी तो लोग शोक ही शोक में डायमंड भी पहन लेते है जबकि कुंडली में शुक्र देव मारक होते है और उनके जीवन में दुर्घटना जैसे बड़े हादसे होते हुए देखे है।