Astrology-ज्योतिष
मिथुन राशि , कर्क राशि , तुला राशि , वृश्चिक राशि पर शनिदेव की ढैया
मिथुन राशि | ढैय्या | 24 जनवरी 2020 | 29 अप्रैल 2022 |
कर्क राशि | ढैय्या | 29 अप्रैल 2022 | 29 मार्च 2025 |
तुला राशि | ढैय्या | 24 जनवरी 2020 | 29 अप्रैल 2022 |
वृश्चिक राशि | ढैय्या | 29 अप्रैल 2022 | 29 मार्च 2025 |
ग्रहो की दशा का समय और उनके नक्षत्र
Sr. No. | गृह | वर्ष | नक्षत्र | ||
1 | केतु | 07 वर्ष | मघा | मूला | अश्विनी |
2 | शुक्र | 20 वर्ष | पूर्वा फाल्गुणी | पूर्वा आषाढा | भरणी |
3 | सूर्य | 6 वर्ष | कृ्तिका | उतरा फाल्गुणी | उतरा आषाढा |
4 | चन्द्र | 10 वर्ष | रोहिणी | हस्त | श्रवण |
5 | मंगल | 07 वर्ष | मृ्गशिरा | चित्रा | घनिष्ठा |
6 | राहू | 18 वर्ष | आद्रा | स्वाति | शतभिषा |
7 | गुरु | 16 वर्ष | पुनर्वसु | विशाखा | पूर्व भाद्रपद |
8 | शनि | 19 वर्ष | पुष्य | अनुराधा | उतरा भाद्रपद |
9 | बुध | 17 वर्ष | आश्लेषा | ज्येष्ठा | रेवती |
रत्न का प्रभाव
कोई भी रत्न धारण करने से उस कि पावर बढ़ती है और यह बात भी सही है कि ग्रहो कि कमजोर इस्थिति को रत्न के माध्यम से अच्छा किया जा सकता है पर यह भी देखना जरूरी है कि जिस गृह का हम रत्न धारण कर रहे है वह गृह कुंडली में सही जगह बैठा हो और सही राशि में बैठा हो
क्योकि कभी कभी गलत रत्न धारण करने से वह घर एक्टिवटे हो जाता है जो कुंडली में अच्छा घर नहीं है कभी कभी तो लोग शोक ही शोक में डायमंड भी पहन लेते है जबकि कुंडली में शुक्र देव मारक होते है और उनके जीवन में दुर्घटना जैसे बड़े हादसे होते हुए देखे है।
Blue Sapphire-नीलम (शनिदेव रत्न)
1. Ruling Planet – Saturn
2. Color – Blue
3. Chemical formula – Al2O3-Blue
4. Luster – Vitreous
5. Crystal – Trigonal
6. Gravity – 3.98 Approx.
7. Refraction – 1.762 – 1770
नीलम रत्न धारण करने से शनि देव कि पावर बढ़ती है , ग्रहो कि कमजोर इस्थिति को रत्न के माध्यम से अच्छा किया जा सकता है पर यह भी देखना जरूरी है कि जिस गृह का हम रत्न धारण कर रहे है वह गृह कुंडली में सही जगह बैठा हो और सही राशि में बैठा हो
Coral-मूंगा (मंगल देव रत्न)
1. Ruling Planet – Mars
2. Color – Red
3. Chemical formula – Ca Co 3 – Red
4. Luster – Vitreous
5. Crystal – Orthorhombic
6. Gravity – 2.60 Approx.
7. Refraction – 1.55 ( Spot )
मूंगा रत्न धारण करने से मंगल देव कि पावर बढ़ती है , ग्रहो कि कमजोर इस्थिति को रत्न के माध्यम से अच्छा किया जा सकता है पर यह भी देखना जरूरी है कि जिस गृह का हम रत्न धारण कर रहे है वह गृह कुंडली में सही जगह बैठा हो और सही राशि में बैठा हो
Emerald-पन्ना (बुध देव रत्न)
1. Ruling Planet – Mercury
2. Color – Green
3. Chemical formula – Be3Al2(SiO3)6
4. Luster – Vitreous
5. Crystal – Hexagonal (6/m 2/m 2/m)
6. Gravity – 2.68 Approx.
7. Refraction – 1.570- 1.580
पन्ना रत्न धारण करने से बुध देव कि पावर बढ़ती है , ग्रहो कि कमजोर इस्थिति को रत्न के माध्यम से अच्छा किया जा सकता है पर यह भी देखना जरूरी है कि जिस गृह का हम रत्न धारण कर रहे है वह गृह कुंडली में सही जगह बैठा हो और सही राशि में बैठा हो
Yellow sapphire-पीला पुखराज (बृहस्पति देव रत्न)
Yellow sapphire-पीला पुखराज (बृहस्पति देव रत्न)
1. Ruling Planet – Jupitar
2. Color – Yellow
3. Chemical formula – Al2O3-Yellow
4. Luster – Vitreous
5. Crystal – Trigonal
6. Gravity – 3.98 Approx.
7. Refraction – 1.762 – 1770
Pearl-मोती (चंद्र देव रत्न)
1. Ruling Planet – Moon
2. Color – White
3. Chemical formula – Ca Co 3
4. Luster – Semi Vitreous
5. Crystal – Orthorhombic
6. Gravity – 2.76 Approx.
7. Refraction – 1.53 ( Spot )
मोती रत्न धारण करने से चंद्र देव कि पावर बढ़ती है , ग्रहो कि कमजोर इस्थिति को रत्न के माध्यम से अच्छा किया जा सकता है पर यह भी देखना जरूरी है कि जिस गृह का हम रत्न धारण कर रहे है वह गृह कुंडली में सही जगह बैठा हो और सही राशि में बैठा हो