ज्यादा तर मैने देखा है कि लोग गलत रत्न धारण कर लेते है क्यों की उन्हें सही जानकारी नहीं होती या फिर वह किसी कम जानकर को कुंडली दिखा कर उनके बताए रत्न धारण कर लेते है और फिर नकारात्मक गृह कि ऊर्जा बढ़ाकर खुद ही अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने का काम करते है
वैसे तो यह भी दशा के कारन होता है कि आपको सही राय देने वाला मिलेगा भी या नहीं पर यहां पर ही काम आता है हमारा ज्ञान हमारी शिक्षा हमारे द्वारा किये गए पुण्य कर्म , हमारे द्वारा की गई ईश्वर कि पूजा , इन्ही सत कर्मो से हमे बुरी दिशा में सही परामर्श देने वाला मिलता है और हम उस बुरे दौर से अपने आपको बचा पाते है।
Astrology
MOON STONE GEMSTONE ( चंद्र मणि रत्न ) का प्रयोगशाला (LAB) परिक्षण
MOON STONE GEMSTONE ( चंद्र मणि रत्न ) को जब सूक्ष्मदर्शी से देखा जाता है तो कुछ इस तरह की संगरचना उसके अंदर दिखाई देती है जो फोटो में दिखाई गई है , वैसे तो रत्न की ग्रेविटी और रिफ्रैक्शन भी चेक किया जाता है और उससे भी पता लगाया जाता है कि रत्न ओरिजिनल है की नहीं।
रत्न के परिक्षण के समय पर उसकी बनावट , कटिंग , और उसके आकर पर भी ध्यान दिया जाता है।
रत्न दिखने में जितना सूंदर होगा उसकी कीमत उतनी ही बढ़ती जाएगी , और लैब रिपोर्ट से यह तो पता लगाया जा सकता है की रत्न ओरिजिनल हे कि नहीं पर उसकी कीमत उसका मालिक या एक जोहरी ही लगाता है।
रत्न परिक्षण
रत्न परिक्षण के समय पर रिफ्रेक्टोमीटर का उपयोग किया जाता है इससे रत्न के रिफ्रैक्शन पता चल जाता है और हम बोहोत ही आसान तरीके से गड़ना करके यह बता सकते है की रत्न असली हे भी या नहीं क्यों हर रत्न का रिफ्रैक्शन अलग अलग होता है
नाड़ी दोष
किसी सॉफ्टवेयर में अगर कुंडली मिलान के समय नाड़ी दोष दिखा रहा है तो बिलकुल भी घबराने की आवश्यकता नहीं है लगभग 95 % कुंडली में यह दोष भंग हो जाता है जब आगे के नियम लगाए जाते है।
वर-वधू दोनों का जन्म एक ही नक्षत्र के अलग-अलग चरणों में हुआ हो तो वर-वधू की नाड़ी एक होने के पश्चात भी नाड़ी दोष नहीं बनता।
वर-वधू दोनों की जन्म राशि एक ही हो किन्तु नक्षत्र अलग-अलग हों तो वर-वधू की नाड़ी एक होने के पश्चात भी नाड़ी दोष नहीं बनता।
How to test a Gemstone
The easiest way to test a gemstone for cutting is to place the |
gemstone face up on your hand and see how clearly you can see your |
hand through the center of the stone. The less you can see-through the |
center of the stone, the better that gemstone is cut. |

मिथुन राशि , कर्क राशि , तुला राशि , वृश्चिक राशि पर शनिदेव की ढैया
मिथुन राशि | ढैय्या | 24 जनवरी 2020 | 29 अप्रैल 2022 |
कर्क राशि | ढैय्या | 29 अप्रैल 2022 | 29 मार्च 2025 |
तुला राशि | ढैय्या | 24 जनवरी 2020 | 29 अप्रैल 2022 |
वृश्चिक राशि | ढैय्या | 29 अप्रैल 2022 | 29 मार्च 2025 |
रत्न का प्रभाव
कोई भी रत्न धारण करने से उस कि पावर बढ़ती है और यह बात भी सही है कि ग्रहो कि कमजोर इस्थिति को रत्न के माध्यम से अच्छा किया जा सकता है पर यह भी देखना जरूरी है कि जिस गृह का हम रत्न धारण कर रहे है वह गृह कुंडली में सही जगह बैठा हो और सही राशि में बैठा हो
क्योकि कभी कभी गलत रत्न धारण करने से वह घर एक्टिवटे हो जाता है जो कुंडली में अच्छा घर नहीं है कभी कभी तो लोग शोक ही शोक में डायमंड भी पहन लेते है जबकि कुंडली में शुक्र देव मारक होते है और उनके जीवन में दुर्घटना जैसे बड़े हादसे होते हुए देखे है।